मुंबई. कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने शेयर बाजार की हालिया गिरावट और रिटेल निवेशकों को लेकर एक जरूरी नोट जारी किया है. इस नोट के मुताबिक, भारतीय शेयर बाजारों में करेक्शन का मौजूदा दौर रिटेल निवेशकों के लिए परीक्षा की घड़ी है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व और दूसरे केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं जो इक्विटी के लिए जोखिम वाली स्थिति पैदा कर रही है. पिछले हफ्ते निफ्टी में करीब 4% की गिरावट देखने को मिली और आज सोमवार को भी निफ्टी लगभग 1% नीचे था.
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि हमारे नजरिए से मार्केट से कम रिटर्न और बढ़ती ब्याज दरें रिटेल निवेशकों के भरोसे को इक्विटी से कमजोर करेंगी. रिटेल निवेशक हाई मार्केट वैल्यूएशन और बढ़ते बॉन्ड यील्ड को लेकर उतने सजग नहीं थे. पिछले दिनों बाजार के हाई रिटर्न और लो रिस्क ने रिटेल निवेशकों की उम्मीदें कुछ ज्यादा बढ़ा दी हैं.
अभी भी वैल्यूएशन ज्यादा
कोटक के मुताबिक, भारतीय बाजारों में अभी भी वैल्यूएशन ज्यादा है. उम्मीद से अधिक तेल की कीमत अब बाजार के लिए एक बड़ा जोखिम है. कोटक को उम्मीद है कि घरेलू मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी छमाही में कम होना शुरू हो जाएगी. हालांकि वैश्विक और घरेलू आपूर्ति-पक्ष की समस्याओं के कारण कीमतें ऊंचे स्तर पर रह सकती हैं.
क्वालिटी स्टॉक में निवेश करें
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार इस समय काफी मुश्किल स्थिति से गुजर रहा है. महंगाई, बढ़ती ब्याज दर, युद्ध का संकट, महंगे वैल्यूएशन और विदेशी निवेशकों की बिकवाली स्थित को जटिल बना रही है. इस स्थिति से बाजार के तुरंत बाहर आने की भी उम्मीद नहीं की जा सकती है.
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रिटेल निवेशकों के लिए यह समय मार्केट को समझने का है. यही समय बाजार को सीखने और समझने का होता है. ऐसी स्थिति में उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश लंबे समय के लिए फायदेमंद होता है. अच्छे और क्वालिटी स्टॉक की पहचान करना और उसमें निवेश करना सबसे जरूरी चीज है.
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Tags: BSE Sensex, Nifty, Share market, Stock Markets
FIRST PUBLISHED : May 09, 2022, 18:35 IST