Thursday, September 21, 2023
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रिटायरमेंट के बाद खर्च के लिए निवेश और निकासी की रणनीति कैसे बनानी चाहिए?


नई दिल्ली. वर्मा दंपति 1 साल के भीतर रिटायर्ड होने वाले हैं. दोनों प्राइवेट कंपनियों में काम करते हैं, इसीलिए उन्हें नियमित पेंशन नहीं मिलेगी. हालांकि, उन्होंने म्यूचुअल फंड, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियों और प्रोविडेंट फंड में 2.3 करोड़ रुपये का निवेश किया है. दोनों को अपनी मौजूदा जीवनशैली बनाए रखने के लिए प्रति महीने 80,000 रुपये खर्च करने होंगे. साथ ही, वे अपने बच्चों को भी 1 करोड़ रुपये देना चाहते हैं. क्या उनका यह सपना साकार होगा?

विशेषज्ञों का मानना है कि रिटायरमेंट के बाद खर्च के लिए मासिक निकासी की योजना पहले से बनाना अच्छा होता है. इससे आपकी स्वतंत्रता सुनिश्चित होती है और आपकी सेविंग आनन-फानन में समाप्त होने से भी बचती है. इस दंपति की रकम पर चर्चा करते हैं, ताकि रिटायरमेंट के बाद वे तनाव मुक्त जीवन जी सकें. कई रिटायर्ड लोग अपने रिटायरमेंट कोष का इस्तेमाल बैंक जमा, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS), प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) के अलावा म्यूचुअल फंड के डेट, इक्विटी और हाइब्रिड स्कीम का पोर्टफोलियो बनाने में करते हैं.

ये भी पढ़ें- बैंकों में 20 लाख रुपये से ज्‍यादा जमा या निकासी के लिए पैन-आधार जरूरी, आखिर क्‍यों सरकार ने बदला नियम

इस दंपति को रिटायरमेंट के बाद महंगाई दर को भी ध्यान में रखना होगा. उदाहरण के लिए उन्हें मौजूदा 6 फीसदी से अधिक की महंगाई को देखते हुए 2030 में 80,000 रुपये की बजाय हर महीने 1.27 लाख रुपये की आवश्यकता होगी. विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करने के पीछे की योजना विभिन्न चरणों में उनसे रकम वापस लेना है. यदि आप केवल डेट निवेश में जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अच्छे रिटर्न के लिए अधिक रकम की आवश्यकता होगी, जो उचित नहीं है.

इक्विटी में भी निवेश
यही नहीं, उन्हें अपने पोर्टफोलियो का केवल कुछ हिस्सा ही इक्विटी में निवेश करना चाहिए, ताकि जोखिम सीमित हो. आप रिटायरमेंट के बाद के चरण के लिए एफडी, डेट फंड, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 29 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. वहीं, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना, डेट फंड और हाइ​ब्रिड फंड में 46 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा 69 लाख रुपये इक्विटी फंड में बेहतर रिटर्न के लिए जमा किया जा सकता है. आप 39 लाख रुपये बैलेंस फंड में निवेश कर सकते हैं.

यह हो रणनीति
आप आपने निवेश के बकेट से पहले 3 साल, चौथे से 8वें साल, 9वें से 20वें साल और 21 से 25वें साल पैसे निकाल सकते हैं. यह रणनीति 25 वर्षों के लिए महंगाई को मात देने के साथ आपके 80,000 रुपये के मासिक खर्च को भी संभाल पाएगी. लाइवमिंट ने विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि बाकी 50 लाख रुपये को आप इक्विटी फंड में निवेश कर सकते हैं, जिसे बाद में आप बच्चों को दे सकते हैं.

Tags: Business news in hindi, Investment, Retirement fund



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